2025 में भारतीय शेयर बाजार: वैश्विक लीडर बनने की ओर

2025 में भारतीय शेयर बाजार: वैश्विक लीडर बनने की ओर

2025 में भारतीय शेयर बाजार का जलवा: दुनिया के उभरते बाजारों में सबसे आगे, सेंसेक्स में 18% उछाल की उम्मीद!

2025 में भारतीय शेयर बाजार ने दुनिया भर में अपनी मजबूती और विश्वसनीयता का लोहा मनवाया है। अमेरिकी निवेश बैंक मॉर्गन स्टेनली की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष भारतीय शेयर बाजार का प्रदर्शन दुनिया के उभरते बाजारों में सबसे अच्छा रहने की उम्मीद है। दिसंबर के अंत तक बीएसई सेंसेक्स में 18 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है।

आर्थिक स्थिरता और निवेश का माहौल

भारतीय अर्थव्यवस्था में व्यापक स्थिरता का मुख्य कारण व्यापार घाटा और महंगाई में कमी है। निजी पूंजीगत खर्च में वृद्धि, कॉरपोरेट बैलेंस शीट का मजबूत होना, और खपत में संरचनात्मक वृद्धि जैसे कारकों ने बाजार को मजबूती दी है। इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च, जीएसटी रेट्स की रिस्ट्रक्चरिंग, प्रत्यक्ष कर सुधार और ऊर्जा परिवर्तन पर फोकस ने भी बाजार को स्थिरता प्रदान की है।

ब्याज दरों में संभावित कटौती

मॉर्गन स्टेनली ने यह भी संकेत दिया है कि फरवरी से ब्याज दरों में 50 बेसिस प्वॉइंट्स की कटौती हो सकती है, जिससे लिक्विडिटी और निवेशकों का भरोसा और बढ़ेगा। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ड्यूरेबल लिक्विडिटी के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे आने वाले समय में विनियामक सख्ती में भी कमी आ सकती है।

2024 से 2025 तक की यात्रा

2024 में भी सेंसेक्स और निफ्टी ने क्रमशः 8.17% और 8.8% का इजाफा दर्ज किया था। 2025 की शुरुआत में ही बाजार में बड़ी तेजी देखने को मिली, जिससे निवेशकों का उत्साह चरम पर है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगले 4-5 वर्षों तक आय वृद्धि दर 18-20% बनी रह सकती है।

चुनौतियाँ और संभावनाएँ

हालांकि, बाजार में अस्थिरता और वैश्विक मंदी का खतरा बना हुआ है। लेकिन भारत की मजबूत बुनियादी अर्थव्यवस्था, युवा जनसंख्या और तकनीकी नवाचारों के चलते दीर्घकालिक निवेश के लिए भारतीय शेयर बाजार सबसे आकर्षक बना हुआ है।

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