Zelensky-Trump Meeting in White House: Russia-Ukraine War पर बड़ा फैसला?

Zelensky-Trump Meeting in White House: Russia-Ukraine War पर बड़ा फैसला?

वॉशिंगटन में Zelensky और Trump की मीटिंग, Russia-Ukraine War पर Peace Agreement की उम्मीद। यूरोप के नेता भी शामिल।

वॉशिंगटन में Zelensky और Trump की अहम मुलाक़ात, Russia-Ukraine Conflict पर नज़रें

वॉशिंगटन में इस समय अंतरराष्ट्रीय राजनीति का बड़ा केंद्र बनने जा रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर ज़ेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) सोमवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) से मिलने जा रहे हैं। यह बैठक ऐसे समय हो रही है, जब Russia-Ukraine War अपने निर्णायक मोड़ पर खड़ी है और दुनिया की निगाहें शांति समझौते (Peace Agreement) पर टिकी हुई हैं।

व्हाइट हाउस में हाई-लेवल मीटिंग

सूत्रों के अनुसार, यह मुलाक़ात केवल अमेरिका और यूक्रेन तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि इसमें जर्मनी, फ़्रांस, ब्रिटेन और यूरोपीय आयोग (European Commission) के नेता भी मौजूद रहेंगे। व्हाइट हाउस (White House) में होने वाली इस हाई-लेवल मीटिंग को लेकर सुरक्षा और मीडिया का ज़बरदस्त इंतज़ाम किया गया है।

विशेषज्ञ मानते हैं कि यह मीटिंग भविष्य में Russia-Ukraine Conflict Resolution की दिशा तय कर सकती है। अब तक युद्ध ने लाखों लोगों को प्रभावित किया है और यूरोप के कई देशों की अर्थव्यवस्था पर भी इसका सीधा असर पड़ा है।

पुतिन और ट्रंप की अलास्का मुलाक़ात

15 अगस्त को ट्रंप ने अलास्का (Alaska) में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से मुलाक़ात की थी। हालांकि, उस मीटिंग का कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आया। कई विश्लेषकों का मानना है कि पुतिन और ट्रंप के बीच बातचीत में मतभेद साफ नज़र आए।

अब जबकि ट्रंप Zelensky से मिलने जा रहे हैं, तो इस बात पर और भी उत्सुकता है कि क्या इस बार कोई positive outcome निकल पाएगा।

ट्रंप का Social Media पोस्ट

बैठक से ठीक पहले ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है। पोस्ट में उन्होंने इशारों में कहा है कि “peace is possible” लेकिन इसके लिए दोनों देशों को कुछ कठिन फ़ैसले लेने होंगे। इस पोस्ट ने अंतरराष्ट्रीय हलकों में हलचल मचा दी है क्योंकि यह साफ़ दिखाता है कि ट्रंप रूस और यूक्रेन दोनों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

ज़ेलेंस्की की उम्मीदें

यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की लगातार कह रहे हैं कि उनका देश शांति चाहता है, लेकिन किसी भी तरह का समझौता यूक्रेन की संप्रभुता (sovereignty) और स्वतंत्रता (independence) से समझौता करके नहीं किया जा सकता।
ज़ेलेंस्की इस बैठक को एक “crucial moment” मान रहे हैं। उनका कहना है कि यदि अमेरिका और यूरोपीय देश मज़बूत समर्थन देंगे, तो रूस को बातचीत की मेज़ पर लाना संभव हो सकेगा।

यूरोप की भूमिका

यूरोप के बड़े देश — जर्मनी, फ़्रांस और ब्रिटेन — पहले ही कई बार मध्यस्थता (mediation) की कोशिश कर चुके हैं। लेकिन अब तक सभी प्रयास असफल रहे हैं। यूरोपीय आयोग का मानना है कि अगर अमेरिका सीधे तौर पर दख़ल देता है, तो हालात बदल सकते हैं।

संभावित नतीजे

  1. Peace Roadmap तैयार होना – संभावना है कि इस बैठक में एक शुरुआती शांति रोडमैप (peace roadmap) पेश किया जाए।

  2. Economic Aid पर चर्चा – अमेरिका और यूरोप मिलकर यूक्रेन को और आर्थिक मदद (economic aid) देने का एलान कर सकते हैं।

  3. Russia पर Pressure बढ़ना – यदि कोई ठोस समझौता नहीं हुआ तो रूस पर नए sanctions लगाने की तैयारी हो सकती है।

निष्कर्ष

दुनिया की निगाहें अब वॉशिंगटन की इस बैठक पर हैं। क्या ट्रंप और ज़ेलेंस्की मिलकर एक नया रास्ता निकाल पाएंगे? या फिर यह मुलाक़ात भी पुतिन-ट्रंप की अलास्का बैठक की तरह बेनतीजा साबित होगी?

एक बात साफ़ है कि इस मीटिंग का असर सिर्फ रूस और यूक्रेन तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरी दुनिया की global geopolitics पर दिखाई देगा।

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